क्यों...? हाथ मिलाना उचित नहीं है, क्या भारतीय मान्यता के अनुसार हाथ मिलाना सहीं है...? Why ...? The handshake is not fair, according to Indian recognition handshake is correct ...?
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आप सभी का हमारे इस नए ब्लॉग में स्वागत है।
आज इस पोस्ट में हम बात करेंगे कि क्या भारतीय संस्कृति के अनुसार हाथ मिलाना उचित है अथवा नहीं..? इसके साथ-साथ हम इसका वैज्ञानिक कारण भी स्पष्ट करने का प्यास करेंगे।
आज के इस समय में हम अपनी भारतीय संस्कृति को भूलते जा रहे है, और पाश्चत्य सभ्यता को अपनाकर उसी का अनुकरण कर रहे हैं। जो की हमारे भारतीय संस्कृति के लिए उचित नहीं है । अतः हमे अपने संस्कृति को बचाए रखने के लिए प्रयास करना चाहिए, और हमें पश्चिमी सभ्यता से दुरी बनाने की आवश्यक्ता होगी, जो कि शायद संभव नही है।
भारत में भी पश्चिम सभ्यता का अनुकरण करने के कारण ही हाथ मिलाने का प्रचलन शुरू हुआ। जो हमारे भारतीय संस्कृति या भारतीय परम्परा के अनुसार उचित नहीं है। भारतीय मान्यता के अनुसार हाथ मिलाने से हुनर शरीर की संचित शक्ति दूसरे में प्रवेश कर जाती है। जिसके कारण शरीर में क्षीणता
अर्थात कमजोरी आती है।
अर्थात कमजोरी आती है।
भारतीय सभ्यता के अनुसार प्राचीन काल से ही गुरुजन अपने शिष्यों के सर पर हाथ रखकर उन्हें "शक्तिपात" करते हैं अर्थात गुरुजन उसे बिना बताये शक्ति प्रदान करते हैं।
एक ओर जहाँ हमारी भारतीय संस्कृति के अनुसार हाथ मिलाना उचित नहीं है। वहीं हाथ मिलाने को वैज्ञानिक मत के अनुसार भी अनुचित कहा गया है क्योंकि हाथों में अनेक प्रकार की संक्रामक बीमारियों के वायरस चिपके रहते हैं, जो हैतब मिलाने से आदान - प्रदान हो जाता है। इस प्रकार भारतीय संस्कृति के साथ साथ विज्ञान के अनुसार भी हाथ मिलाना उचित नहीं है।
अतः अब आप जभी को ज्ञात हो गया होगा कि भारतीय संस्कृति और वैज्ञानिक मत के अनुसार हाथ मिलाना उचित है अथवा नहीं।
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धन्यवाद!
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